Saturday, 30 January 2016

अखिल भारतीय कुशवाहा महासभा अधिवेशन 23 व 24 जनवरी 2016 भोपाल, म.प्र.



























राष्ट्रीय अध्यक्ष श्री नारायण सिंह कुशवाहा जी



























राष्ट्रीय महासचिव  श्री कुशवाहा राकेश कुमार महतो  जी






























राष्ट्रीय कोषाध्यक्ष श्री जुगल किशोर जी




अखिल भारतीय कुशवाहा महासभा अधिवेशन
23 व 24 जनवरी 2016 भोपाल, म.प्र.
अखिल भारतीय कुशवाहा महासभा की 23 जनवरी 2016 को भोपाल एकेडमी सीनियर सेकेन्डरी स्कूल के प्रांगण में सभी राज्यों से आए राष्ट्रीय पदाधिकारी व अखिल भारतीय कुशवाहा महासभा के कार्यकारिणी के सदस्य एवं लगभग 250 से 300 आमंत्रित सदस्यों की उपस्थिति, एक मजबूत समाज का मजबूत नेतृत्व को दर्शाती है। इन सभी की उपस्थिति में आगन्तुकों को यथोचित सम्मान के साथ स्थान दिया गया।
इस कार्यक्रम का संचालन श्री राकेश कुमार महतो राष्ट्रीय महासचिव द्वारा किया गया। श्री लोकमन कुशवाहा जी द्वारा व्यवस्थित आधुनिक मीटिंग हाॅल में संचालन की व्यवस्था की। कार्यक्रम की अध्यक्षता कर रहे राष्ट्रीय अध्यक्ष श्री नारायण सिंह कुशवाहा जी ने सबसे पहले अपने साथियों के साथ ध्वजारोहण किया गया तथा इसके उपरांत ध्वाजा गीत गायन किया गया।

















इसमें उपस्थित सहयोगी व अतिथि श्री राकेश कुमार महतो (महामंत्री), श्री जुगल किशोर (कोषाध्यक्ष), श्री जे.डी. कौशल सैनी (राष्ट्रीय उपाध्यक्ष), श्री महेद्र मौर्य(महाराष्ट्र), श्री सी.पी.सिंह, श्री नन्दकिशोर (मनोनीत मंत्री, बिहार), श्रीमती आशा मौर्य, श्री दहलवार ग्वालियर, श्री आर.पी. सिंह (हरिद्वार), मोती लाल कुशवाहा शास्त्री (पूर्व अध्यक्ष), महादेव कुशवाहा (हरियाणा), श्री हरि शंकर कुशवाहा, श्री बाबूलाल भानपुर, पूर्व राष्ट्रीय अध्यक्ष, श्री विनय कुमार मौर्या, श्री बसंत कापरीया, श्री जे0पी0 वर्मा, श्रीमति अलका सैनी, श्री तोताराम महाजन, श्री नेतराम कुशवाहा, श्री रामसेवक प्रसाद, श्री बैजनाथ पटेल, श्री दलपत सिंह, श्री अजीत देव, श्री नारायण सिंह कुशवाहा, भोपाल, श्री राजन मेहता, श्रीमति किरण कुशवाहा, श्री मनोज कुमार, इन्दौर, श्री भूपेन्द्र सिंह कुशवाहा, श्री पुरन सिंह कुशवाहा, श्री मोहर सिंह सैनी, श्री अवधेश कुशवाहा, श्री राम विश्वास कुशवाहा, श्री रमेश चंद्र कुशवाहा (दिल्ली), श्री डी.एन. भगत (दिल्ली), आदि गणमान्य व्यक्ति शामिल हुए।



































 इस कार्यक्रम के उपरांत अगला कार्यक्रम संविधान के संशोधन व नए संविधान को लागू करने का प्रस्ताव श्री राकेश कुमार महतो जी ने प्रस्ताव को विस्तार से प्रस्तुत किया और उसकी प्रतियां सभी सदस्यों में वितरित की गयी। इसके अध्ययन के बाद महामंत्री श्री राकेश कुमार महतो जी ने सभी से आग्रह किया कि इस विषय पर सदन में चर्चा करायी जाए। जिस किसी भी सदस्य को इसमें जो भी बदलाव व आपत्ति हो उसे सदन के समक्ष रखे। कुछ सदस्यों ने नए संविधान के सुझाव के बदले उसे पारित करने पर ही उसका विरोध किया किन्तु सदन में अधिकतर लोगों ने पुरानी चुनावी प्रकिया व पुराने संविधान के बदलाव की बात कही। इस नए संविधान में सोसाइटी एक्ट 21, 1860 के तहत ही संस्था की नियमावली संविधान के रूप में ही समर्थन किया और पुरानी व्यवस्था के तहत आने वाले चुनाव की रूढि़वादिता वाली व्यवस्था को नकार दिया। इससे मात्र 2-3 गणमान्य व्यक्ति नाराज हो गए। संविधान की चर्चा में भाग लेते हुए दिल्ली से आए श्री डी.एन.भगत जी ने अपने अभिभाषण में कहा कि क्या एक व्यक्ति दो प्रदेशों का अध्यक्ष हो सकता है? यह सुनकर उपस्थित सभी सदस्यांे ने बड़ी गम्भीरता से इस विषय को लिया। वहां पर उपस्थित श्री महादेव कुशवाहा जी ने कहा कि दम है तो दो पद पर रह सकते हैं जिनको हटाना है हटा कर देख ले। इस पर वहां हंगामा हो गया तथा लोगों ने उनके इस तर्क को नकार दिया। इससे क्षुब्ध होकर ये लोग दूसरे दिन चर्चा में शामिल नहीं हुए। इसके उपरान्त समाजोत्थान के कई प्रोग्रामों का श्री राकेश कुमार महतो जी ने अपने संविधान में विस्तार से अभिभाषित किया और संस्था में संरक्षक सदस्य बनने का न्यौता दिया। इसी के साथ सभा सम्पन्न हुई।

                        अगले दिन सुबह 8 बजे से ही श्री लोकमन कुशवाहा जी की सुव्यवस्था अनुसार नाश्ता के लिए सभी गणमान्य व्यक्तियों को आमंत्रित किया गया। वहां पर श्री राजेश कुशवाहा (अध्यक्ष दिल्ली प्रदेश) अपनी टीम के साथ पहुंचे। वहां पर उपस्थित श्री लोकमन कुशवाहा, श्री राकेश कुमार महतो, श्री जुगल किशोर, श्री सी.पी.सिंह, श्री नंदकिशोर कुशवाहा और उपस्थित लोगों ने राकेश कुशवाहा जी को नवनिर्वाचित होने की बधाई देते हुए जोरदार स्वागत किया। नाश्ता के साथ-साथ संाची जाने की तैयारी एक कतार में खडी 30 गांडियां इंतजार कर रही थी तभी श्री जुगल किशोर कोषाध्यक्ष के घर से फोन आया कि पिताजी की तबियत बहुत खराब हो गयी है। यह सुनकर सभी को अत्यंत दुख हुआ। इसी के साथ वह घर निकल गए।




















 तदोपरांत हमारा काफला सांची के लिए रवाना हो गया। सांची में मीटिंग रखने का उद्देश्य श्री लोकमन कुशवाहा, सचिव यहां बौद्ध धर्म के महान संरक्षक अशोक ने तीसरी सर्दी इं.पू. में वेदगिरी (सांची) में बौद्ध स्मारकों का निर्माण किया था। इस पहाडी पर भिक्षुओं के जीवन के लिए आवश्यक शांति और एकांत का वतावरण था तथा यह स्थान विदीषा नामक सम्पन्न एवं समृद्ध नगरी के करीब था। यहां पर सम्राट अशोक की ससुराल थी। इस उद्देश्य से समाज के लिए यह जानना अति लाभदायक और उत्साहवर्धक रहेगा।
तदोपरांत सभी लोग सांची के प्रांगण में पहुंचे। वहां लोगों का राजपूत समाज द्वारा बैंड बाजा सहित स्वागत किया गया। प्रत्येक आगंतुक का फूल माला से स्वागत किया गया। इस सब स्वागत को देखकर महामंत्री श्री राकेश कुमार महतो ने कहा कि हम सचमुच नाना के घर आए है। आज की सभा की अध्यक्षता जे.डी. कौशल सैनी (राष्ट्रीय उपाध्यक्ष) ने की। मंच संचालन श्री राकेश कुमार महतो ने किया।
 इस सभा में संविधान में संशोधन कर सर्वसम्मति से पारित कर दिया गया। साथ-साथ चुनाव कराने और अधिवेशन कराने के लिए लोगों के अलग-अलग प्रदेशों से प्रस्ताव आए जैसे ग्वालियर, भोपाल (म.प्र.), झारखंड, बिहार और दिल्ली से श्री शिवशरण कुशवाहा जी ने दावेदारी पेश की। इसमें कई मुद्दों पर चर्चा हुई, खर्चे की बात होने लगी यदि दिल्ली में अधिवेशन रखा जाएगा तो क्या दिल्ली खर्च उठाएगी। इसका जवाब देते हुए संरक्षक श्री रमेशचन्द्र कुशवाहा (दिल्ली) जी ने कहा कि अधिवेशन का खर्चा महासभा ही उठाती रही है। लेकिन निर्णय यह हुआ कि आधा खर्चा महासभा और आधा खर्चा मेंबर बनाकर दिल्ली प्रदेश उठाएगा। इस पर श्री राकेश कुमार महतो जी ने अपने को अस्वस्थ करने हेतु श्री डी.एन. भगत व श्री बी.एल.कुशवाहा जी से पूछा कि क्या आप लोग बिना किसी परेशानी के इस कार्यक्रम को कराने में सक्षम है। तो वहां पर उपस्थित दिल्ली प्रदेश के अध्यक्ष श्री राकेश सिंह कुशवाहा, श्री भगवानदास मौर्य, श्री ओम प्रकाश कुशवाहा सभी एक स्वर में बोले हम सक्षम है। इसी पर सभी ने तालिया बजाकर श्री राकेश कुशवाहा (दिल्ली प्रदेश अध्यक्ष) को कार्यक्रम करने की तैयारी की अनुमति दे दी।
दिनांक 24.01.2016 को ऐतिहसिक स्थल विश्व धरोहर साँची में महासभा के दूसरे दिन की बैंठक प्राराम्भ हुयी। विचारोपरांत निम्न प्रस्ताव पारित हुयी:-
प्रस्ताव 1 - संविधान आंशिक संशोधन के पश्चात् सर्वसम्मति से पारित किया गया।
प्रस्ताव 2 - राष्ट्रीय स्तर के निबंधन के लिए राष्ट्रीय महासचिव श्री राकेश कुमार महतो को सारी प्रक्रिया पूर्ण कर राष्ट्रीय निबंधक नई दिल्ली के समक्ष प्रस्तुत करने एवं अन्य सक्षमक कार्यवाही के लिए अधिकृत किया गया। निबंधन हेतु आवेदन में संरक्षक सदस्यों को ही सम्लित करने का निर्णय हुआ।
प्रस्ताव 3 - अखिल भारतीय कुशवाहा महासभा की राष्ट्रीय महाधिवेशन, कुशवाहा समाज- दिल्ली के अनुरोध के बाद नई दिल्ली मेें करना दिनांक 20-21 अगस्त 2016 को तय किया गया।
प्रस्ताव 4 - राष्ट्रीय कार्यकारिणी के गठन हेतु मतदान की तिथि 07 (सात) अगस्त 2016 तय की गई।
प्रस्ताव 5- मुख्य निर्वाचन पदाधिकारी श्री जे0 डी0 कौशल सैनी अनुकल्पिक चुनाव पदाधिकारी श्री विनय कुमार मौर्या  म0 प्र0 सहायक निर्वाचन पदाधिकारी श्री राम सेवक प्रसाद, श्री महेन्द्र मोर्या, श्री आर0पी0 सिंह, हरिद्वार, श्री हरिशंकर कुशवाहा छतीसगड़ बनाये गये।
प्रस्ताव 6 - राज्यों मे महासभा की सदस्यता में तीव्रता लाने एवं राज्य अधिवेशन कराने के लिए निम्न व्यक्तियों को जिम्मेदारी दी गयी:-
दिल्ली - श्री डी0 एन0 भगत- सदस्यता प्रभारी
उत्तर प्रदेश- श्री टी0 प्रसाद-सदस्यता प्रभारी एवं श्रीमति आशा मौर्या तथा शिवराम सिंह कुशवाहा- अधिवेशन प्रभारी
मध्य प्रदेश - श्री लोकमन कुशवाहा- सदस्यता प्रभारी एवं श्री नारायण सिंह कुशवाहा भोपाल-अधिवेशन प्रभारी ।
उत्तराखण्ड- श्री आर0 पी0 सिंह एवं श्री आर0 एस0  वर्मा- सदस्यता एवं अधिवेशन प्रभारी ।
झारखण्ड -श्री राजन मेहता, मुख्य सदस्यता प्रभारी एवं श्री मनोज मण्डल-उप मुख्य सदस्यता प्रभारी। अधिवेशन प्रभारी -श्री अजीत देव-मुख्य प्रभारी, श्री महेन्द्र वर्मा एवं श्री अजीत मांझी-उप मुख्य प्रभारी।
बिहार-श्री नंदकिशोर कुशवाहा-सदस्यता प्रभारी
राजस्थान- श्री मोहर सिंह सैनी-सदस्यता प्रभारी एवं पुरन सिंह कुशवाहा-अधिवेशन प्रभारी
तेंलगाना- श्री एम0 प्रकाश काक्षी- सदस्यता एवं अधिवेशन प्रभारी
मुम्बई - श्री महेन्द्र मौर्या- सदस्यता एवं अधिवेशन प्रभारी
असाम- श्री विश्म्बर सिंह कुशवाहा- सदस्यता एवं अधिवेशन प्रभारी
पं0 बंगाल- श्री व्यास कुशवाहा-सदस्यता एवं अधिवेशन प्रभारी
छतीसगढ़- श्री हरिशंकर कुशवाहा- सदस्यता एवं अधिवेशन प्रभारी
गुजरात- हीरा लाल मौर्या- सदस्यता एवं अधिवेशन प्रभारी
गोवा-श्री जितेन्द्र सिंह कुशवाहा- सदस्यता एवं अधिवेशन प्रभारी
कर्नाटक- जय कृष्ण महतो- सदस्यता एवं अधिवेशन प्रभारी
तामीलनाडू- डी0 चन्द्रकांत मौर्य- सदस्यता एवं अधिवेशन प्रभारी
श्री लोकमन कुशवाहा ने राष्ट्रीय कार्यकारिणी की बैठक का आयोजन किया। बेहतरीन स्वागत, बैठक एवं भोजन व्यवस्था के लिए सभी ने धन्यवाद दिया। श्री लोकमन कुशवाहा के पूरे परिवार ने अपने स्कूल भोपाल अकेडमी में चल रही कार्यकारिणी की बैठक में सहयोग किया। महासभा उन्हें फूल-माला देकर धन्यवाद दिया। राजपूत समाज, सांक्षी ने कार्यकारिणी को माला पहनाकर स्वागत किया। निबंधन हेतु सदस्यों में काफी उत्साह देखा गया तथा बैठक में ही 34 संरक्षक सदस्य बन गये। राष्ट्रीय कार्यकारिणी की बैठक में श्री मनोज कुशवाह इन्दौर एवं श्री भुपेन्द्र कुशवाहा दतीया ने भरपुर सहयोग किया।



















बैठक के अन्त में कुशवाहा, शाक्य, सैनी, मौर्या, महतो आदि समाज के  निम्नलिखित राजनैतिक, सामाजिक लोगों के अकस्मिक निधन होने के कारण सभी दिवंगत आत्माओं के शान्ति हेतु दो मिनट का मौन रख कर श्रधांजली दी गयी उसके बाद बैठक का समापन कर दिया गया।
बसंत कुशवाह (विधायक) हरलाखी, बिहार विधान सभा सदस्य।
अचल सिंह भाटी (निर्वाचन पदाधिकारी) अखिल भारतीय कुशवाहा महासभा।
प्रभू दयाल मौर्य (प्रान्तीय अध्यक्ष) अखिल भारतीय कुशवाहा महासभा, उत्तराखण्ड।
सुखलाल कुशवाहा पूर्व सांसद लोकसभा सतना।
जी0 आर0 सी0 लाल पिता श्री जूगल किशोर कुशवाहा, राष्ट्रीय कोषाध्यक्ष।
शिववचन प्रसाद प्रथम पूर्व मुखिया कुजापी, पिता रामसेवक प्रसाद, राष्ट्रीय सचिव।
फूल सिंह कुशवाहा, पिता श्रीमति प्रभा कुशवाहा, राष्ट्रीय सचिव।
टेकचन्द देहलवार, बड़े भाई श्री काशीराम देहलवार, सदस्य, राष्ट्रीय समिति।
 इसी क्रम में संरक्षक सदस्यता अभियान में श्री लोकमन कुशवाहा के हाथों से श्री बी.एल. कुशवाहा और श्री शिवशरण कुशवाहा ने संरक्षक सदस्यता प्राप्त की। आगे के सभी कार्यक्रम स्थगित कर दिए गए क्योंकि फोन पर सूचना मिली कि श्री जुगलकिशोर कुशवाहा जी के पिताजी का देहांत हो गया। सभी लोगों ने उनकी आत्मा की शांति के लिए 2 मिनट का मौन रखकर ईश्वर से प्रार्थना की। इसके बाद लोग ने लंच किया। अंत में श्री लोकमन कुशवाहा, संयोजक व अपने अनुज श्री नारायण सिंह कुशवाहा जी भावभीनी बिदायी दी।
राकेश महतो
महासचिव

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